meriabhivyaktiya
- 125 Posts
- 73 Comments
प्यार कभी उम्र का मोहताज नही होता
जज़्बातों का मिलन, सरताज वही होता
सूरत भी है,लेकिन सीरत पर फिसलता
एहसासों की गरमी से पल मे पिघलता
प्रीतभरा मन हर मौसम मे है सिहरता
उम्र की सीमा से परे हर रूप है निखरता
हर बंधन को तोड़ नया आसमान बिखरता
हौंसलों मे बुलंदी,कुछ कर गुज़रने की प्रखरता।
प्यार की दरख़्त की कोई उम्र नही होती,
हर पोर मे छुपकर नई कपोल है सोती,
एक बूंद पड़े प्रेम की, लहरा के है जगता,
कोमल नर्म अंकुर से, फूल बन के महकता।
व्यक्तित्व को मिले उठान,नज़र शोख सरसता
रूप छलकता रहे, अनवरत प्रेमरस बरसता
जागता जब, यह एहसास दबाए न दबता
ईश का आशीष ,इसे पल्लवित कर पनपता
प्यार कभी उम्र का मोहताज नही होता
जज़्बातों का मिलन,सरताज वही होता।
Read Comments